मंगरोप (मुकेश खटीक)। अन्न उपजाकर खिलाने वाले अन्नदाता आज यूरिया खाद की किल्लत के चलते खाद व्यवसायियों के दुगुनी आय जोडऩे के लालच का शिकार बने बैठे हैं। कस्बे में खाद विक्रेताओं ने मनमाने दामों में यूरिया खाद बेचकर किसानों के साथ खुली लूट मचा रखी है। दुनिया को अन्न उपजाकर भूख मिटाने वाले किसानों को आज यूरिया खाद की किल्लत के चलते अपने वजूद को कायम रखने के खातिर यूरिया खाद दुगुने दामों में बाजारों से खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। सहकारी समिति में यूरिया खाद 267 रुपए प्रति बैग मिलती है वहीं बाजारों में खाद विक्रेता 450 रुपए तक वसूल रहे हैं जो कि नियम के खिलाफ है। इस तरह दुगुनी कीमत में यूरिया खाद की बिक्री सीधे तौर पर कालाबाजारी को बढ़ावा देने का काम कर रही है। किसानों ने ऐसे लोगों की जांच करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है।